साहित्य की दिशा और दशा तय करने में पत्रिकाओं की भूमिका बहुत
महत्वपूर्ण होती है. लोक विमर्श आन्दोलान की वैचारिक अवधारणा की पूर्ति के लिए तथा
लोक से जुड़े साहित्यकारों की रचनाओं को सीधे पाठकों तक पहुँचाने के लिए पत्रिका की
आवश्यकता साथियों द्वारा लगातार महसूस की जा रही थी. ‘लोक विमर्श’
के
नाम से आलोचना केन्द्रित पत्रिका पहले से प्रकाशित हो रही है लेकिन अब साथियों
द्वारा विमर्श तथा विधा केन्द्रित पत्रिका की जरूरत महसूस की जा रही थी इसलिए
लोकोदय प्रकाशन द्वारा साथियों की सहमति से ‘लोकोदय’
नाम
से एक त्रैमासिक पत्रिका प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया है.
लोकोदय पत्रिका की संपादकीय टीम इस प्रकार है-
प्रधान संपादक- नीरज सिंह
संपादक - भावना मिश्रा
उप संपादक-राम शंकर वर्मा
प्रेम नंदन
सह संपादक- प्रद्युम्न कुमार सिंह
फोटो सम्पादन व डिजाइनिंग- पूनम ठाकुर
आवरण- कुँवर रवीन्द्र
व्यवस्था व वितरण- सुरुचि
प्रकाशक- लोकोदय प्रकाशन
'लोकोदय' पत्रिका का प्रवेशांक जुलाई 2016 में
प्रकाशित होगा। यह पत्रिका पुस्तकाकार में प्रकाशित होगी और इसमें ९६ पेज होंगे.
पत्रिका के लिए रचनाएँ इस ई-मेल पर प्रेषित की जा सकती हैं-
lokodaymagazine@gmail.com
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